बोलने वाली गुफा-पंचतंत्र कहानी – बहुत समय पहले की बात है किसी घने जंगल में एक शेर और शियार रहते थे | एक दिन की बात है, शेर को एक भोजन नहीं मिला, वह चारों तरफ भोजन की तलाश किया, परंन्तु भोजन पाने में असफल रहा | अंत में उसने थककर एक गुफा के अंदर आकर बैठ गया कि जो कोई भी इसके भीतर आयेगा, वह उसका भोजन बनेगा | Bolnewali Gufa Panchtantra Hindi Story…
शेर को गुफा के अंदर जाते हुए शियार ने देख लिया, परन्तु गुफा से बहार निकलते हुए नहीं देखा, और चतुर शियार के मन में एक विचार आया |
बोलने वाली गुफा-पंचतंत्र – Bolnewali Gufa-Panchtantra
वह गुफा के मुँह पर जाकर बोलने लगा की हे मेरी गुफा आज तुम इतनी शांत कैसी हो, कुछ बोल क्यों नहीं रही हो ?
जब भी मैं बहार से घूम कर आता हूँ तब तुम मुझे आवाज देकर अपने पास बुलाती हो, आज तुम क्यों नहीं बोल रही |
Bolnewali Gufa-Panchtantra Meaning In English – The Cave That Talked Panchatantra Story In Hindi
शेर गुफा के अंदर बैठा हुआ था और उसने सोचा की यदि आवाज लगाकर सियार को नहीं बुलाया तो आज मेरा शिकार चला जायेगा और मुझे भूखा ही रहना पड़ेगा, ऐसा सोचकर उसने आवाज लगाकर शियार को भीतर आने के लिए कहा |
शियार गुफा के अन्दर से आवाज को सुनकर जान गया की शेर अभी भी भीतर ही है | इस तरह से बड़े चतुराई के साथ शियार की जान बच गई और गुफा से बहुत दूर भाग गया |
शिक्षा : बुद्धि के बल से हम सभी मौत के मुँह से भी बच कर वापस आ सकते है |
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